Jai Laxmi Mata
कमल पे बैठी मुस्काती है
माँ बिन बोले समज जाती है
कमल पे बैठी मुस्काती है
माँ बिन बोले समज जाती है
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ
माँ कोई भेद भाव ना करे
जो दिल से मांगे उसकी झोली भरे
ऊंच नीच माँ कभी ना देखे
जो दिल से पुकारे उसकी और चले
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ
यश और वैभव धन संपत्ति
माँ संग हो तो दूर विपत्ति
निर्धन हो जो निर्बल हो जो
उसपे पहले कृपा है होती
माँ कोई भेद भाव ना करे
जो दिल से मांगे उसकी झोली भरे
ऊंच नीच माँ कभी ना देखे
जो दिल से पुकारे उसकी और चले
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ
जय जय जय लक्ष्मी माता ओ माता
जय जय जय लक्ष्मी माँ