Aadat
सुन ले ज़रा तू
परवाह नही दिल को
फ़िज़ूल है यह पल
क्यूँ यहाँ?
थम सा गया समा
बहेका जो दिल भला
काफ़ी ना है वजह
ना रहना तू साथ मेरे
कैसे मेरी अब आ आ आ आ आदत है तू
मैं जानू यह ना
मैं जानू यह ना
आ आ आ आ आदत है तू
मैं जानू यह ना
मैं जानू यह ना
सोचे बिना चल पढ़े
तेरे मेरे काफिले
माने भी ना है यह आरज़ू मेरी सज़ा
माने भी ना है यह ना है यह
थम सा गया समा
बहेका जो दिल भला
काफ़ी ना है वजह
ना रहना तू साथ मेरे
कैसे मेरी अब
आ आ आ आ आदत है तू
मैं जानू यह ना
मैं जानू यह ना
आ आ आ आ आदत है तू
मैं जानू यह ना
मैं जानू यह ना
कैसे साजिश मेरी बन गये?
राज़ सारे अब खुल गये
जो ना है वो भी तुम ले गये
ले गये ले गये
थम सा गया समा
बहेका जो दिल भला
काफ़ी ना है वजह
ना रहना तू साथ मेरे
आ आ आ आ आदत है
आ आ आ आ आदत है
आ आ आ आ आदत है
आ आ आ आ आदत है
कैसे मेरी अब?