Yeh Zindagi Usi Ki Hai Jo Kisi Ka Ho Gaya [Vol. 1]
आ आ आ आ
ये ज़िंदगी उसी की है
जो किसी का हो गया प्यार ही में खो गया
ये ज़िंदगी उसी की है
जो दिल यहाँ न मिल सके, मिलेंगे उस जहान में
जो दिल यहाँ न मिल सके, मिलेंगे उस जहान में
खिलेंगे हसरतों के फूल, जा के आसमान में
ये ज़िन्दगी चली गई जो प्यार में तो क्या हुआ
ये ज़िन्दगी उसी की है...
जो किसी का हो गया प्यार ही में खो गया
ये ज़िंदगी उसी की है
सुनाएगी ये दास्तां, शमा मेरे मज़ार की
सुनाएगी ये दास्तां, शमा मेरे मज़ार की
फ़िज़ा में भी खिली रही, ये कली अनार की
इसे मज़ार मत कहो, ये महल है प्यार का
ये ज़िन्दगी उसी की है...
जो किसी का हो गया प्यार ही में खो गया
ये ज़िंदगी उसी की है
ऐ ज़िंदगी की शाम आ, तुझे गले लगाऊं मैं
तुझी में डूब जाऊं मैं, जहां को भूल जाऊं मैं
बस इक नज़र मेरे सनम
अल्विदा, अल्विदा...