Tujhe Awaz Deti Hai Tadap Kar
तुझे आवाज़ देती है
तुझे आवाज़ देती है
तड़प कर ज़िन्दगी मेरी
ज़रा तू देख जा
एक बार आ कर
बे-रुखी मेरी
तुझे आवाज़ देती है
बहाये आँख ने आंसू
वो मंज़र याद तो आया
उधर वो सामने थे और
इधर थी बेबसी मेरी
तुझे आवाज़ देती है
नहीं कुछ दोष दुनिया का
जो दुनिया ने सितम ढाए
सितम ढाए
नहीं कुछ दोष दुनिया का
जो दुनिया ने सितम ढाए
उडानी थी मुक़द्दर ने
मोहब्बत में हँसी मेरी
तुझे आवाज़ देती है
बिछड़ कर
खुद से जीना मौत है
तो ज़िन्दगी वाले
तेरे क़दमों में जो गुज़रे
वही है ज़िन्दगी मेरी
तुझे आवाज़ देती है