Tir Khaate Jaayenge, Aansu Bahaate Jaayenge
ओ तीर चलानेवाले
तीर खाते जाएगे, आँसू बहाते जाएगे
ज़िंदगी भर अपनी क़िस्मत आज़माते जाएगे
तीर खाते जाएगे, आँसू बहाते जाएगे
ओ तीर चलानेवाले
दिल का शीशा तोड़नेवाले किए जेया तू सितम
अपनी बर्बादी का शिकवा लब पे लाएगे ना हम
लब पे लाएगे ना हम
तू जो गम देगा कलेजे से लगाते जाएगे
तीर खाते जाएगे, आँसू बहाते जाएगे
बेअसर होते नही आँसू किसी नाकाम के
तुझको भी रोना पड़ेगा एक दिन दिल थाम के
एक दिन दिल थाम के
दर्द बनके हम तेरे दिल मे समाते जाएगे
तीर खाते जाएगे, आँसू बहाते जाएगे
ओ तीर चलानेवाले