Taron Bhari Raat Hai
हो पिया आजा रे
आजा रे ओ पिया
तरो भारी रात है
तरो भारी रात है
किर्णो की बरसात है
दूर है चाँद से चांदनी
ऐसी भी क्या बात है
आजा रे ओ पिया
ओ पिया आजा रे
तरो भारी रात है
कौनसी थी ना जाने घड़ी
आँख से आँख मेरी लदी
तुमको देखा तो शर्मा गयी
रह गयी में खड़ी की खड़ी
नैन मिलते ही दिल लूट गया
ऐसी भी क्या बात है
आजा रे ओ पिया
ओ पिया आजा रे
तारो भारी रात है
आज मस्ती भरी चाँदनी
तुम नहीं तो ये कुच्छ भी नहीं
चैन से रैन कटती नहीं
ओ सजन तुम कही हम कही
दिल मे हो फिर भी क्यू दूर हो
ऐसी भी क्या बात है
आजा रे ओ पिया
ओ पिया आजा रे
तरो भारी रात है
तरो भारी रात है