Suno Fasana
दो हक्लो का सुनो फ़साना
दो हक्लो का सुनो फ़साना
नया शिष्य और गुरु पुराना
हक्लो का फ़साना
दो हक्लो का सुनो फ़साना
नया शिष्य और गुरु पुराना
हक्लो का फ़साना
सुरु गुरु ने किया लिखाना
लिखो नमक वाले का ग ग गला स्याणा
काम था भारी बो बोझ उठाना
पार नदी के ले ले लेकर जाना
उसपे मालिक के डं डं डं डंडे खाना
गधे को सु सुसुझा एक बहाना जान बुझ के बो बो बोझ गिरना
पानी में सब न ननमक मिलाना
जालिम को यु यु यु सबक सिखाना
किया गुरु ने बंद लिखना
नए शिष्य से कहा सुनाना
हक्लो का फ़साना
दो हक्लो का सुनो फ़साना(दो हक्लो का सुनो फ़साना)
नया शिष्य और गुरु पुराण(नया शिष्य और गुरु पुराण)
हक्लो का फ़साना(हक्लो का फ़साना)
सुरु शिष्य ने किया सुनाना
सुनो नमक वाले का ग ग ग ग ग धा काम भ भ भारी ब ब बू
जान बुझ के गहि गहि ज़ा ज़ा ज़ालिम ले जाना
गुरु ने उस पर डंडा ताना
हक्लो का फ़साना(हक्लो का फ़साना)
गुस्से से बोला गुरु दीवाना
न न नक़ल मेरी क क करो जी
म म मुझे न न नहीं गरम करो जी
न न डूब मरो जी स स सुनो रे गुरु जी
म म माफ़ करो जी पागल धत तेरी की निकल जाओ जी
हुआ ख़तम अब अगला गाना
बंद करो अब हसना हसना
हक्लो का फ़साना
दो हक्लो का सुनो फ़साना
नया शिष्य और गुरु पुराना
हक्लो का फ फ फ़साना हा हा हा हा