Mohabbat Mein Aise Zamane Bhi Aaye
मोहब्बत में ऐसे ज़माने भी आए
कभी रो दिए हम कभी मुस्कुराए
मोहब्बत में ऐसे ज़माने भी आए
कभी रो दिए हम कभी मुस्कुराए
मोहब्बत की आँखो से अश्को को चुनकर
किसी ने फलक पे सितारे सजाए
किसी ने फलक पे सितारे सजाए
मोहब्बत मे ऐसे जमाने भी आए
कभी रो दिए हम कभी मुस्कुराए
बनाया था इक आशिया दो दिलो ने
जमाने की आँधी ने तिनके उड़ाए
जमाने की आँधी ने तिनके उड़ाए
मोहब्बत में ऐसे ज़माने भी आए
कभी रो दिए हम कभी मुस्कुराए
मोहब्बत में ऐसे ज़माने भी आए
कभी रो दिए हम कभी मुस्कुराए
मोहब्बत जो की है तो फरियाद ना कर
फरियाद ना कर
मोहब्बत पे इल्ज़ाम आने ना पाए
मोहब्बत पे इल्ज़ाम आने ना पाए
मोहब्बत में ऐसे ज़माने भी आए
कभी रो दिए हम कभी मुस्कुराए
मोहब्बत में ऐसे ज़माने भी आए
कभी रो दिए हम कभी मुस्कुराए