Khamosh Kyon Ho Taro
खामोश क्यू हो
खामोश क्यू हो तरो
उम्मीद के सहरो
तुम ही उन्हे बुलाओ
तुम ही उन्हे पुकारो
खामोश क्यू हो
खामोश क्यू दिन
रात दिल की धड़कन
आवाज़ दे रही है
वीरान दिल जी धरकन
तुम सामने तो आओ
परदा नाशी बहारो
खामोश क्यू हो
खामोश क्यू सच
मच मेरी आहे
क्या तुमको खींच लाए
मेरे करीब आकर
एक बार दिल को पुकारो
खामोश क्यू हो
खामोश क्यू बेचैन आरज़ुए
कब से तरस रही है
बेचैन आरज़ुए
कब से तरस रही है
तुम दूर दूर क्यू हो
उलफत की याद गरो
खामोश क्यू क्यू हो तरो
उम्मीद के सहरो
तुम ही उन्हे बुलाओ
तुम ही उन्हे पुकारो
खामोश क्यू हो