Iss Dil Kee Halat Kya Kahiye
इस दिल की हालत क्या कहिये
जो शाद भी है नाशाद भी है
इस दिल की हालत क्या कहिये
जो शाद भी है नाशाद भी है
कुछ खो भी दिया कुछ पा भी लिया
कुछ खो भी दिया कुच पा भी लिया
इक राग खुशी ने गा भी लिया
और होँठों पे फ़रियाद भी है
दिल शाद भी है नाशाद भी है
इस दिल की हालत क्या कहिये
जो शाद भी है नाशाद भी है
बुझते हैं चिराग़
बुझते हैं चिराग़ उठता है धुआँ
सीने में बसा है ग़म का जहाँ
आबाद भी है बरबाद भी है
दिल शाद भी है नाशाद भी है
इस दिल की हालत क्या कहिये
जो शाद भी है नाशाद भी है
चाहत का ज़माना देखा था
चाहत का ज़माना देखा था
इक ख़्वाब सुहाना देखा था
कुछ भूल गये कुछ याद भी है
दिल शाद भी है नाशाद भी है
इस दिल की हालत क्या कहिये
जो शाद भी है नाशाद भी है