Dekho Woh Chand Chhupke
देखो वो चाँद च्छुपके
करता है क्या इशारे
देखो वो चाँद च्छुपके
करता है क्या इशारे, देखो
शायद ये कह रहा है,
हम हो गये तुम्हारे
हो गये तुम्हारे
हम हो गये तुम्हारे
हो गये तुम्हारे, देखो
उलफत का आज हमने
इक़रार कर लिया है
लेकिन ये कौन जाने
किस्मत में क्या लिखा है
मज़िल को चल पड़े है
तक़दीर के सहारे
हो गये तुम्हारे
देखो वो चाँद च्छुपके
करता है क्या इशारे, देखो
ऐसा ना हो की हमको
रास्ते में छ्चोड़ जाओ
जेया कर कही किसीकि
दुनिया नई बसाओ
मझधार में रहे हम,
लग जाओ तुम किनारे
हो गये तुम्हारे
देखो वो चाँद च्छुपके
करता है क्या इशारे, देखो
दिल में साइवा तुम्हारे
कोई नही हमारे
ये अपने दिल से पूछो
क्या दिल में है तुम्हारे
देंगे मेरी गवाही
कुदरत के ये नज़ारे
हो गये तुम्हारे
देखो वो चाँद च्छुपके
करता है क्या इशारे, देखो