Chalta Rahe Yeh Caravan
चलता रहे ये कारवा
उम्रे रवा का कारवा
उम्रे रवा का कारवा
चलता रहे ये कारवा
उम्रे रवा का कारवा
शाम चले पेहर चले
मज़िल से बेखबर चले
शाम चले पेहर चले
मज़िल से बेखबर चले
बस यूँ ही उम्र भर चले
रुक ना सके यहाँ वहाँ
चलता रहे ये कारवा
उम्रे रवा का कारवा
फूले फले मेरी कली
गम ना मिले तुझे कभी
फूले फले मेरी कली
गम ना मिले तुझे कभी
गुज़ारे ख़ुशी में ज़िन्दगी
आए ना मौसम ए खिज़ा
चलता रहे ये कारवा
उम्रे रवा का कारवा
दुनिया का तू हबिब हो
मज़िल तेरी क़रीब हो
दुनिया का तू हबिब हो
मज़िल तेरी क़रीब हो
इंसा तेरा नसीब हो
तुझपे खुदा की हो अमा
चलता रहे ये कारवा
उम्रे रवा का कारवा