Bedard Zamane Se Shikwa Na Shikayat
बेदर्द जमाने से
शिकवा न शिकायत है
हम दर्द से मरों की
किस्मत है ये किस्मत है
बेदर्द जमाने से
भीगी हुई पलकों में
छोटी सी कहानी है
भीगी हुई पलकों में
छोटी सी कहानी है
एक दर्द की दुनिया है
कहने को जवानी है
साजन से जुदा होकर
ये रूठी हुई उल्फ़त है
हम दर्द से मारो की
किस्मत है ये किस्मत है
बेदर्द जमाने से
आँखें भी तरसती हैं
अरमान भी मचलते हैं
आँखें भी तरसती हैं
अरमान भी मचलते हैं
ये दिल क्यों धड़कता है
आँखों के इशारे पे
मरना भी नहीं बस में
मरने की सी हालत है
हम दर्द से मरों की
किस्मत है ये किस्मत है
बेदर्द जमाने से
शिकवा न शिकायत है
हम दर्द से मरों की
किस्मत है ये किस्मत है
बेदर्द जमाने से