Ankhiyon Ko Rahne De [Jhankar Beats 1]
याद न आये कोई
लहू न रुलाये कोई
याद न आये कोई
हाय, अखियों में बैठा था
अखियों से उठ के, जाने किस देश गया
अखियों में बैठा था
अखियों से उठ के, जाने किस देश गया
जोगी मेरा जोगी वे
राँझा, मेरा राँझड़ा
मेरा दरवेष गया
रब्बा
दूर न जाये कोई
याद न आये कोई
शाम के दिये ने आँख भी न खोली
अन्धा कर गयी रात
शाम के दिये ने आँख भी न खोली
अन्धा कर गयी रात
जला भी नहीं था
देह का बालन
कोयला कर गयी रात
रब्बा
और न जलाये कोई
याद न आये कोई
सतनाम सतनाम सतनाम जी
वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु जी
सतनाम सतनाम सतनाम जी
वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु जी
सतनाम सतनाम सतनाम जी