Aaj Mere Man Mein Sakhi
आज मेरे मन मे सखी बाँसुरी बजाए कोई
आज मेरे मन मे
आज मेरे मन मे सखी बाँसुरी बजाए कोई
प्यार भरे गीत सखी बार-बार गाए कोई
बाँसुरी बजाए, बाँसुरी बजाए सखी गाए सखी रे
कोई च्चाइलवा हो, कोई अलबेल्वा हो, कोई च्चाइलवा हो
रंग मेरी जवानी का लिए झूमता घर आया है सावन
रंग मेरी जवानी का लिए झूमता घर आया है सावन
हो सखी, हो रे सखी, आया है सावन
मेरे नैनो मे है साजन
इन उंड़ी घटाओ मे, हवाओ मे सखी, नाचे मेरा मन
हो सखी, नाचे मेरा मन
हो आँगन मे सावन मन-भावन हो जी
हो इन उंड़ी घटाओ मे, हवाओ मे सखी, नाचे मेरा मन
हो सखी, नाचे मेरा मन
ला ला दिल के हिदोले पे मोहे झूले ना झुलाए कोई
प्यार भरे गीत सखी, बार-बार गाए कोई
बाँसुरी बजाए, बाँसुरी बजाए सखी गाए सखी रे
कोई च्चाइलवा हो, कोई अलबेल्वा हो, कोई च्चाइलवा हो
कहता है इशारो मे कोई, आ मोहे अंबुआ के तले मिल
भला वो कौन है घायल
कहता है इशारो मे कोई, आ मोहे अंबुआ के तले मिल
भला वो कौन है घायल
मैं नाम ना लू आज लगे लाज सखी
धड़के मेरा दिल हो सखी धड़के मेरा दिल
हो आँगन मे सावन मन-भावन हो जी
हो, मैं नाम ना लू आज लगे लाज सखी
धड़के मेरा दिल हो सखी धड़के मेरा दिल
तार पे जीवन के मधुर रागिनी सुनाए कोई
प्यार भरे गीत सखी बार-बार गाए कोई
बाँसुरी बजाए, बाँसुरी बजाए सखी गाए सखी रे
कोई च्चाइलवा हो, कोई अलबेल्वा हो, कोई च्चाइलवा हो