Dekhe They Kitne Sapney
Ashraf Faridi
देखे थे कितने सपने
किस्मत ने क्या कर डाला
देखे थे कितने सपने
किस्मत ने क्या कर डाला
जीने का ज़माने ने में
अंदाज़ बदल डाला
अंदाज़ बदल डाला
अंदाज़ बदल डाला
अंदाज़ बदल डाला
अंदाज़ बदल डाला
बदल डाला
अफ़सोश जो ना करना था
काम वो किया है
मैं बेक़ुसूर था मुझे
मुज़लीं बना दिया है
नफ़रत का ज़हेर दुनिया ने
दिल में भर दिया है
नफ़रत का ज़हेर दुनिया ने
दिल में भर दिया है
मर मर के जीने पे
मजबूर कर दिया है