Beparwah Bahut Din [Jhankar]
बेपरवाह बहुत दिन घूमे ख़तम करो आज़ादी
बेपरवाह बहुत दिन घूमे ख़तम करो आज़ादी
सोच रहा हू बेटा अब में कर दू तुम्हारी शादी
अरे सोच रहा हू बेटा अब में कर दू तुम्हारी शादी
मत सोचो मेरे पापा मेरी बर्बादी करने का
ये भी क्या कोई उमर है पापा शादी करने की
हो बेपरवाह बहुत दिन घूमे ख़तम करो आज़ादी
बाते मेरी मानो ज़रा छोटे नही तुम बड़े हो
मानो मानो कहना मेरा ऐसे क्यूँ ज़िद पे अड़े हो
हाँ बाते मेरी मानो ज़रा छोटे नही तुम बड़े हो
मानो मानो कहना मेरा ऐसे क्यूँ ज़िद पे अड़े हो
आ जाओ होश मे
अकल से काम लो
आगे मेरे ना तुम शादी का नाम लो
सचाई जान लो सच क्या है मान लो
देखो करो ना ख़ता ये ख़ता
बेपरवाह बहुत दिन घूमे ख़तम करो आज़ादी
पापा यहा मिलती नही धरती कभी आस्मा से
में जो शादी करता नही आते भला तुम कहा से
है पापा यहा मिलती नही धरती कभी आस्मा से
ओ में जो शादी करता नही आते भला तुम कहा से
सोचूँगा फिर कभी
जल्दी है क्या पड़ी
आएगी फिर नही ऐसी हसी घड़ी
बुद्धू बनाओ ना ऐसे फासाओ ना
मुझको तो सब है पता है पता
बेपरवाह बहुत दिन घुमा ख़तम करो आज़ादी
सच कहता हू पापा अब तुम करदो मेरी शादी
अरे सच कहता हू पापा अब तुम करदो मेरी शादी
कैसे सोचु में बेटा तेरी बर्बादी करने की
ये भी क्या कोई उमर है पगले शादी करने की