Munna Bada Pyara Ammi Ka Dulara
मुन्ना बड़ा प्यारा अम्मी का दुलारा
मुन्ना बड़ा प्यारा अम्मी का दुलारा
कोई कहे चाँद कोई आँख का तारा
कोई कहे चाँद कोई आँख का तारा
हँसे तो भला लगे रोए तो भला लगे
अम्मी को उसके बिना कुच्छ भी अच्च्छा ना लगे
जियो मेरे लाल जियो मेरे लाल
तुमको लगे मेरी उमर जियो मेरे लाल
मुन्ना बड़ा प्यारा अम्मी का दुलारा
कोई कहे चाँद कोई आँख का तारा
एक दिन वो मान से बोला क्यूँ फूंकती है चूल्हा
एक दिन वो मान से बोला क्यूँ फूंकती है चूल्हा
क्यूँ ना रोटियो का पेड़ हम लगले
आम तोड़े रोटी तोड़े रोटी-आम खले
क्यूँ ना रोटियो का पेड़ हम लगले
आम तोड़े रोटी तोड़े रोटी-आम खले
कहे करे रोज़-रोज़ तू ये झमेला
अम्मी को आई हसी हँसके वो कहने लगी
लाल मेहनत के बिना रोटी किस घर मे पकई
जियो मेरे लाल जियो मेरे लाल
ओ जियो जियो जियो जियो जियो मेरे लाल
मुन्ना बड़ा प्यारा अम्मी का दुलारा
कोई कहे चाँद कोई आँख का तारा
एक दिन वो च्छूपा मुन्ना ढूँढे ना मिला मुन्ना
एक दिन वो च्छूपा मुन्ना ढूँढे ना मिला मुन्ना
बिस्तर के नीचे कुर्सियो के पिच्चे
देखा कोना कोना, सब थे सांस खीछे
कहाँ गया कैसे गया सब थे परेशा
सारा जाग ढूँढ सजे कही मुन्ना ना मिला
मिला तो प्यार भारी मान की आँखो मे मिला
जियो मेरे लाल जियो मेरे लाल
ओ तुमको लगे मेरी उमर जियो मेरे लाल
मुन्ना बड़ा प्यारा अम्मी का दुलारा
मुन्ना बड़ा प्यारा अम्मी का दुलारा
कोई कहे चाँद कोई आँख का तारा
कोई कहे चाँद कोई आँख का तारा