Ek Raja Ka Ek Beta Tha
सुन पप्पू तुझे एक कहानी सुनाऊँ
एक राजा का एक बेटा था (अच्छा )
एक राजा का एक बेटा था
तुम जैसे ही प्यारा प्यारा
कुछ गुमसूँ
का कुछ गुपचुप सा
रहता था वो दिन सारा
ना मीत कोई ना साथी
फिर किसके संग वो खेले
महलो मे एक
अकेला फिरता था राज दुलारा
एक राजा का एक बेटा था
राजा ने मँगा के दिए कितने खिलोने
फिर भी वो बैठे बैठे लगता था रोने
राजा ने मँगा के दिए कितने खिलोने
फिर भी वो बैठे बैठे लगता था रोने
सुनो आगे बिना लागे कहता था वो बेचारा
इक राजा का एक बेटा था
तुम जैसा सा ही प्यारा प्यारा
कुछ गुमसूँ
का कुछ गुपचुप सा
रहता था वो दिन सारा
इक राजा का एक बेटा था
दोस्त अंकल हाँ आगे आगे बोलो न
उसने छोटी सी एक गुड़िया बनाई
उसने छोटी सी एक गुड़िया बनाई
गुड़िया मगर किसी काम ना आई
उसने छोटी सी एक गुड़िया बनाई
गुड़िया मगर किसी काम ना आई
ना वो बोले ना वो डोले
करके जतन वो सब हारा (बोल )
एक राजा का एक बेटा था
तुम जैसा ही प्यारा प्यारा
कुछ गुमसूँ
का कुछ गुपसुप सा
रहता था वो दिन सारा
एक राजा का एक बेटा था
फिर कोई जादूगर राजा ने बुलाया
गुड़िया मे जान डालो
गुड़िया मे जान डालो
हुक्म सुनाया
फिर कोई जादूगर राजा ने बुलाया
गुड़िया मे जान डालो
हुक्म सुनाया
फिर गुड़िया चलने लगी
गुड़िया नाचने लगी
गुड़िया गाने लगी,हसने लगी
हा हा हा हसने लगा
राजा की आँख का तारा
एक राजा का एक बेटा था
तुम जैसा ही प्यारा प्यारा
कुछ गुमसूँ
का कुछ गुपसुप सा
रहता था वो दिन सारा
एक राजा का एक बेटा था