Ankhon Mein To Hai Barsat [Lofi]
आँखों में तो है बरसात मगर
है सुलगे हुए जज़्बात मगर
दिल बनके चिता जलने ही लगा
दिल जलने लगा दिल जलने लगा
आँखों में तो है बरसात मगर
है सुलगे हुए जज़्बात मगर
दिल बनके चिता जलने ही लगा
दिल जलने लगा हो दिल जलने लगा
ये आँसू ये बहते अंगारे
तन मन को जला के छोड़ेंगे
ये हे ये हो के धरे
जीवन को बहके छोड़ेंगे
एक पल में कई युग बीत गए
लो शाम हुयी दिन ढलने लगा
दिल जलने लगा हो दिल जलने लगा
आँखों में तो है बरसात मगर
है सुलगे हुए जज़्बात मगर
दिल बनके चिता जलने ही लगा
दिल जलने लगा हो दिल जलने लगा
मैं वो मुसाफिर हूँ जिसकी
राहे भी नहीं मंज़िल भी नहीं
ऐसी लहर हूँ मैं जिसके लिए
तूफान भी नहीं साहिल भी नहीं
चलना ही लिखा था किस्मत में
अनजानी डगर मैं चलने लगा
दिल जलने लगा हो दिल जलने लगा
आँखों में तो है बरसात मगर
है सुलगे हुए जज़्बात मगर
दिल बनके जीता जलने ही लगा दिल जलने लगा हो दिल जलने लगा