Bikhra [Lofi]
देख ले तू
आजज़ई ये मेरी
आज भी मैं
तेरा यहीं
आरज़ू जो
तेरी होने लगी
होशों में
रहता नही
ना जाने क्यूँ तू ही तू
दिल में बस्सा हाए
तेरे बिना क्या जियूं
बिखरा ये मॅन क्या सितम
तू ने है ढाए फिर भी मै कुछ ना कहूँ
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
ये तो बता क्या हाए मुब्तला
मेरी नज़र के शिकार मे
ये तो पता तुझे हाए भल्ला सब हाए तेरे इकतियार में
जान ले तू
बदल भी जायें सभी
मै रहूँगा
इक सा यहीं
ना जाने क्यूँ तू ही तू
दिल में बस्सा हाए
तेरे बिना क्या जियूं
बिखरा ये मन क्या सितम
तू ने है ढाए
फिर भी मै कुछ ना कहूँ
ना जाने क्यूँ तू ही तू
दिल में बस्सा हाए
तेरे बिना क्या जियूं
बिखरा ये मॅन क्या सितम
तू ने है ढाए
फिर भी मै कुछ ना कहूँ
ना जाने क्यूँ
दिल में तू क्यूँ
ना जाने क्यूँ
इक तू ही तू
ना जाने क्यूँ
ह्म्म्म्म
फिर भी मै कुछ ना कहूँ