Koi Na Koi Naata Hai
जब भी तुम्हें देखूं तो
चैन मिल जाता है
जब भी तुम्हें सोचूँ तो
साँसें थम जाती है
प्यासी निगाहें है और
तड़पता है ये दिल
बस तू मुझे मिल जाए
यही चाहता है दिल
हाँ तू वही जिसे दिल चाहता है
इतना बता तू मुझको
क्यों दिल ये बार बार कह रहा मुझसे
कोई ना कोई नाता है मेरा तुझसे
क्यों दिल ये बार बार कह रहा मुझसे
कोई ना कोई नाता है मेरा तुझसे
कब से मैं बैठा हूँ
तेरे इंतेज़ार में
कुछ इशारा तो दे मुझे
हाँ तेरे बिना इक पल भी
जीना है मुश्क़िल मेरा
काटे कटे ना रतियाँ
हाँ तू वही है जिसे दिल चाहता है
हन तू वही है मेरी जान
क्यों दिल ये बार बार कह रहा मुझसे
कोई ना कोई नाता है मेरा तुझसे
क्यों दिल ये बार बार कह रहा मुझसे
कोई ना कोई नाता है मेरा तुझसे
आ जाए जब भी तू मेरे सामने कभी
साँसें थम जाती है मेरी
हो जाउँगा मैं शामिल
तेरी धड़कानों में
दिल बनके अब मैं तेरा
मेरी निगाहों ने तुझे ही बसा लिया
अब नज़ारा है तू मेरा
क्यों दिल ये बार बार कह रहा मुझसे
कोई ना कोई नाता है मेरा तुझसे
क्यों दिल ये बार बार कह रहा मुझसे
कोई ना कोई नाता है मेरा तुझसे