Kahin Na Kahin
Rashimi Virag
कहीं ना कहीं दिल में तू रह गया
कहीं ना कहीं दिल में तू रह गया
बाकी तो सबकुछ आँखो से बह गया
बाकी तो सबकुछ आँखों से बह गया
तू रह गया
कहीं ना कहीं दिल में तू रह गया
कल जो करीब था
है आज दूर वो
मुझको खुदा बता ऐसा किया क्यों
रोया मैं टूट के
लेकिन रुका नही
कोशिश हज़ार की माना नही वो
वो संग संग यादें भी ले गया
वो संग संग यादें भी ले गया
बाकी तो सब कुछ आँखों से बह गया
बाकी तो सब कुछ आँखों से बह गया
तू रह गया तू रह गया
कहीं ना कहीं दिल में तू रह गया
कहीं ना कहीं दिल में तू रह गया