Saathiya
तेरे बिना ना तेरे बिना
लागे नहीं मन तेरे बिना
तुही मेरा बस तुही मेरा
कहने लगा दिल बेज़ुबान
इन हवाओं के परों पे
लिख दिया मैंने
चाँद तारों के घरों पे
लिख दिया मैंने
साथिया ओ रे साथिया, साथिया
बिन तेरे जीना बेवजह
साथिया ओ रे साथिया, साथिया
बिन तेरे रूठी हर दुआ, हर दुआ
आ मौला
तू जो मिला तो ठहरे से लम्हे
जैसे ठुमक के चलने लगे
जैसे किसी ने जादूगरी से
इन खुशबुओं में हैं रंग भरे
जाने कहाँ से जाने कहाँ
छुपके उठा हैं इक धुआँ
कुछ तो हुआ हैं कुछ तो हुआ
दिल ने कहा दिल ने सुना
आते जाते रास्तों से कह दिया मैंने
आधी पूरी ख्वाहिशों से
कह दिया मैंने
साथिया ओ रे साथिया, साथिया
बिन तेरे जीना बेवजह
साथिया ओ रे साथिया
बिन तेरे रूठी हर दुआ, हर दुआ
साथिया साथिया साथिया साथिया