Pyaar Hai
रोम रोम से निकल कर मेरे
सांसो को जाती है चू कर
बिखरती है हवा में हर दिशा
खुशबू नेही है वो तो प्यार है
खुशबू नेही है वो तो प्यार है
बात चुपी है कितनी बात में
बदमाशियां भरी है आंखों में
मातवाला कर्ता है मनको मेरे
नादनिया नेही है वो तो प्यार है
नादनिया नेही है वो तो प्यार है
प्यार है, प्यार है
नदिया की धार है
है भौमार मजदार है
उस पार है, उस पार है
प्यार में ही उस रब्ब का दीदार है
प्यार में ही उस रब्ब का दीदार है
बचपन के खेल में हे जवानी के मेल में हे
ढलती उम्र में इसकी करमात देख लो
उन्गलियों की इस चुयों में
आंखों की बैंकपन में
दिल के कुछ उतारो जज़्बात देखो
करामत कुछ नेही
जज़्बात कुछ नेही
प्यार है
प्यार है, प्यार है
मीठी सी पुकार है
फूल की बहार है
प्यार से ही संसार है
प्यार में ही उस रब्ब का दीदार है
कुछ पुराणी आदते हे नयी सी शरारते हे
कुछ हसीं चाहते हे ये बात जान लो
ये खुदा की बंदगी हे
बीएस यही जिंदगी हे
इसमें शुरू खत्म हे
दिन रात जान लो
नया हे ये कुछ नहीं
पुराना हे ये कुछ नहीं
प्यार है, प्यार है
प्यार है
जीत हे हार हे
धीमा हे रफ़्तार हे
होश हे खुमार हे
प्यार में ही उस रब्ब का दीदार है
प्यार में ही उस रब्ब का दीदार है