Commentary And Chhupa Lo Yun Dil Mein
ये एक ऐसा अमर गीत है ये जिसमे
मेरा radio से जुड़ा हुआ
60 बरसो का प्यार समाया हुआ है
आपके लिए बहनो और भाइयो
कबूल फरमाइए
छुपा लो यूँ दिल मे प्यार मेरा
के जैसे मंदिर मे लोउ दिए की
छुपा लो यूँ दिल मे प्यार मेरा
के जैसे मंदिर मे लाउ दिए की
तुम अपने चरनो मे रख लो मुझको
तुम्हारे चरनो का फूल हूँ मैं
मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रितम
मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रितम
के जैसे मंदिर मे लाउ दिए की
छुपा लो यूँ दिल मे प्यार मेरा
के जैसे मंदिर मे लाउ दिए की
ये आखरी गीत था फिल्म ममता का
आप तो जानते ही है
बोल मजनू के थे और धुन रोशन की
और इसी के साथ अमीन सायानी आपसे कहता है
Ok बहनो और भाइयो इजाज़त दीजिये
फिर मिलेंगे गीतमाला की छाओ में
के अगले volumes में
फिर आग बिरहा की मत लगाना
के जलके मै राख हो चुकी हूँ
ये राख माथे पे मैने रख ली
ये राख माथे पे मैने रख ली
के जैसे मंदिर मे लाउ दिए की
छुपा लो यूँ दिल मे प्यार मेरा
के जैसे मंदिर मे लाउ दिए की
छुपा लो यूँ दिल मे प्यार मेरा