Piya Aiso Jiya Mein [Revival]
पीया ऐसो जिया में समाय गयो रे
के मैं तन मन की सुध-बुध गवा बैठी
पीया ऐसो जिया में समाय गयो रे
के मैं तन मन की सुध-बुध गवा बैठी
हर आहट पे समज़ी वो आय गयो रे
हर आहट पे समज़ी वो आय गयो रे
जट घूघंट में मुखड़ा छूपा बैठी
पीया ऐसो जिया में समाय गयो रे
मोरे अंगना में जब पुरवैया चली
मोरे द्वारे की खुल गयी किवड़िया
मोरे अंगना में जब पुरवैया चली
मोरे द्वारे की खुल गयी किवड़िया
हाँ मेरे द्वारे की खुल गयी किवड़िया
मैंने जाना के आ गए सावरिया मोरे
मैंने जाना के आ गए सावरिया मोरे
झट फूलन की साजिया पे जा बैठी
पीया ऐसो जिया में समाय गयो रे
के मैं तन मन की सुध-बुध गवा बैठी
पीया ऐसो जिया में समाय गयो रे
मैंने सिन्दूर से मांग अपनी भरी
रूप सैयां के कारण सजाया
मैंने सिन्दूर से मांग अपनी भरी
रूप सैयां के कारण सजाया
हो मैने सैयां के कारण सजाया
इस दर से के पी की नजर ना लगे
इस दर से के पी की नजर ना लगे
झट नैनन में कजरा लगा बैठी
पीया ऐसो जिया में समाय गयो रे
के मैं तन मन की सुध-बुध गवा बैठी
हर आहट पे समाज़ी वो आय गयो रे
झट घूघंट में मुखड़ा छूपा बैठी
पीया ऐसो जिया में समाय गयो रे