Jal Gaya Bahar Men
जल गया बहार में
मेरे दिल का आशियाना
जल गया बहार में
जलते जलते लुट गया
जिंदगी का कारवां
जल गया बहार में
दिल ने किसी को खो गया
हंस के नसीब रो दिया
दिल ने किसी को खो गया
हंस के नसीब रो दिया
मीत गई धर वो
होने ना पाई थी जवान
आशु बन के बह गई
दिलो की दास्तान करो
जल गया बहार में
मेरे दिल का आशियाना
होथो पे आ गया है धाम
दिल पे मेरे गीर पड़ी
रंजो गम की बिजली
तू ही कह दे आसमान
जय तो जाए कहा
जल गया बहार में
मेरे दिल का आशियाना
जल गया बहार में