Gori Tere Natkhat Naina
गोरी तेरे नटखट नैना
वार करे छुप जाए
सैया तेरे रस भरे बैना
सर सर बेन जगाये
गोरी तेरे नटखट नैना
वार करे छुप जाए
चुप चुप तेरा तन मन फुके
कितनी ये मीठी आग लगा दी
प्रेम लगन बिन जीना कैसा
प्रीत जीवन रीत सिखादि
प्रेमी मैं अलबेले
आग से आग बुझाए
सैया तेरे रस भरे बैना
सर सर रैन जगाये
गोरी तेरे नटखट नैना
वार करे छुप जाए
जिस पथ से तू पनघट जाए
उसपे मे आपने नैन बिछा दू
जिस सपने में तू आजाये
उसपे मे सारी उमर लूटा दू
तुम संग उलझे नैना
अब कैसे सुलझाये
अब आँखों में तुम ही तुम हो
तुम बिन साजन निकल नहीं पाऊँ
दिल तो चाहे तुझको चुरा के
जग से दूर कहीं ले जाऊं
कब तक धीर धरे हम कब प्रीत छुपाये(कब तक धीर धरे हम कब प्रीत छुपाये)
गोरी तेरे नटखट नैना
वार करे छुप जाए