Mein
हाँ, आँख बंद, नाक बंद, खोटा-खोटा बात बंद
बनना है तो बाप बन, छोटे, थोड़ा sharp बन
चार जन जब करेंगे तेरी बुराई
तब समझ जाना कि तू, बेटा, मचा रहा है तबाही
ओ, भाई, दाएँ या बाएँ? गुम काय को जाए?
जब जाना आगे है तो नज़रें कर दे microfi
दूर से भाई, हाँ, घूरते जाए, हाँ, दूर से
खोटा घमंड आने मत देना, बेटा, तू भूल से
ऊपर से हूँ खत्री, लेकिन अंदर से हम फूल थे
सब के लिए मैंने जो-जो किया सब वो भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं (मस्त है)
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
भविष्य क्या है मेरा, इस बात से मैं अनजान हूँ (अनजान हूँ)
साथ उसी ने छोड़ा जिसने बोला जान तू (जान तू)
वादे ना करना अब से क्योंकि भर रहा कान तू (छी!)
मज़ाक की ज़िंदगी है, आओ देखो cartoon (आजा, आजा)
हँस लो मेरी हालत पे, हर एक बात पे
फ़िर ना कहूँगा किस को आके साथ दे
क्योंकि जो साथ थे, अभी भी मेरे साथ है
जो सात साल जिसके साथ मैं बिताया साथ में
साथ में नहीं है, याद में है मेरे, वो भी याद में है मेरे (हाँ!)
जिसके साथ रिश्ते मेरे होने लगे गहरे (अच्छा!)
एक साथ देखना मैं चाह रहा दो-दो चेहरे (अच्छा!)
ग़लत हूँ मैं, नहीं समझोगे हालात तुम मेरे
क्या करूँ मैं? वही हो रहा है जो लिखा है नसीब में (नसीब में)
अलग दिखता हूँ मैं इस भरी सी इस भीड़ में
खोटा ना बजना मुझसे, मंज़िल के क़रीब मैं
जो नीच है मैं उनके लिए बहुत ज़्यादा नीच मैं (ख़तम)
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं (मस्त है)
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
"करतूतें मेरे इतने क्यूँ मजबूत हैं?" आ के पूछे (आजा, आजा)
मजबूत हैं क्योंकि ये ऊँचे-ऊँचे सपने देखे
ऊँचे सपने देखे, लेकिन नीचे हम ना देखे
क्योंकि नीचे वो खड़े जो हम को खिचे पीछे
आछू! सच्ची बात पे हम छींके (सत्य है)
हाँ, हर हालत पे हम जी के (जी लेंगे) दिखाते हैं
भूखा हूँ तकलीफ़ों को खा के मैं
थूक दूँ वहाँ पे, जहाँ पे मैं वापस ना जाता
Mummy और पापा को सुख देना चाहता
उन पे बरसे बादल और बनता मैं छाता (ख़तम)
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं (मस्त है)
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं
मैं हूँ वो हूँ जो हूँ मैं, सब भूल गए