Jeene Laga Hoon
Sumit Goswami
दिल कि तख्ती पर हूँ लिखती
इश्क़ा इश्क़ा
जग क्या जाने दिल को मेरे
इश्क़ा किसका
जब यार गले ले सार मेरी
मुझे क्या परवाह इस दुनिया की
तू जीत मेरी, जग हार मेरी
मैं हूँ ही नहीं इस दुनिया कि
तुम्हीं दिन चढ़े, तुम्हीं दिन ढले
तुम्हीं हो बंधु, सखा तुम्हीं
तुम्हीं दिन चढ़े, तुम्हीं दिन ढले
तुम्हीं हो बंधु, सखा तुम्हीं
Every time every minute all the day
तुम्हीं हो बंधु, सखा तुम्हीं
तुम्हीं दिन चढ़े