Main Aur Mera Saya
Dr Bhupen Hazarika, Gulzar
ना कहो कोई मैं अकेला हूँ
मैं और मेरा
साया दो है दोनो है
मैं और मेरा
साया दो है दोनो है
मैं और मेरा साया
तारिक़ राहों
में मेरा ए साया
तारिक़ राहों
में मेरा ए साया
ज्योति जलता आ जाता है
मैं और मेरा
साया दो है दोनो है
मैं और मेरा साया
सेहरा किनारा कभी
घर क्यूँ बनता हूँ
आशा की बाली में ले आता है
डोर के बंधु जूते सारे
डोर के बंधु जूते सारे
साथ जो आया सच्चा साया
मैं और मेरा साया
दो है दोनो है
मैं और मेरा साया
दो है दोनो है
मैं और मेरा साया