Zindagi Ka Nasha Halka Halka
ज़िंदगी का नशा हल्का हल्का सुरूर
मेरी आँखो से पी लो हुज़ूर
आज की रात कितनी हसी है
आज तो रहो ना दूर दूर
ज़िंदगी का नशा हल्का हल्का सुरूर
मेरी आँखो से पी लो हुज़ूर
आज दिल से भुला दो जमाने के गुम
आरज़ू है जावा सामने है सनम
आज दिल से भुला दो जमाने के गुम
आरज़ू है जावा सामने है सनम
हुस्न देगा तुम्हे प्यार के होसले
इनमे ख़ुसीया मिलेंगी ज़रूर
आज की रात कितनी हसी है
आज तो रहो ना दूर दूर
ज़िंदगी का नशा हल्का हल्का सुरूर
मेरी आँखो से पी लो हुज़ूर
दिल की सोई उमंगे जगा लो ज़रा
मेरी नज़रो से नज़रे मिला लो ज़रा
मुझमे खो जाओ तुम सकी हो जाओ तुम
आज मेरी मोहब्बत में चूर
ज़िंदगी का नशा हल्का हल्का सुरूर
मेरी आँखो से पी लो हुज़ूर
आज की रात कितनी हसी रत है
आज तो रहो ना दूर दूर
ज़िंदगी का नशा हल्का हल्का सुरूर
मेरी आँखो से पी लो हुज़ूर
लौट कर दिन का आएँगे बीते हुए
किन ख्यालो मे हो आज डूबे हुए
लौट कर दिन का आएँगे बीते हुए
किन ख्यालो में हो आज डूबे हुए
हुस्न आवाज़ दे इश्क आयेज बढ़े
फिर है पिच्चे को हटना कसूर
आज की रात कितनी हसी रत है
आज तो ना रहो दूर दूर
ज़िंदगी का नशा हल्का हल्का सुरूर
मेरी आँखो से पी लो हुज़ूर