Surat Yatim Ki Shauq Shikar Kaa
आ आ आ आ आ
सूरत यतीम की सौक़ शिकार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का
सूरत यतीम की सौक़ शिकार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का
देखो जी ज़्यादा होशियारी हैं बुरी
अपने पे नाज़ ये बीमारी हैं बुरी
देखो जी ज़्यादा होशियारी हैं बुरी
अपने पे नाज़ ये बीमारी हैं बुरी
सौ सुनार के तो एक लोहार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का
सूरत यतीम की सौक़ शिकार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का
जितना भी कोई सियाना होता हैं
अपने ही तीर का निशाना होता हैं
जितना भी कोई सियाना होता हैं
अपने ही तीर का निशाना होता हैं
आता हैं मज़ा फिर ठंडे बुखार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का
सूरत यतीम की सौक़ शिकार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का
खेल नही दुनिया मे किसी को बनाना
देखो नही खेला कच्ची गोलिया जमाना
खेल नही दुनिया मे किसी को बनाना
देखो नही खेला कच्ची गोलिया जमाना
होगा नतीजा बुरा झूठे खुमार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का
सूरत यतीम की सौक़ शिकार का
होता हैं हाल बुरा ऐसे टेढ़ी मार का