Sukh Dukh Mein Rahenge Saath
सुख दुख मे रहेंगे साथ वचन देते है
ओ सुख दुख मे रहेंगे साथ वचन देते है
हाथो मे तुम्हारे हम जीवन देते है
दर्पण सा मन गंगा सा बदन देते है
हो दर्पण सा मन गंगा सा बदन देते है
हाथो मे तुम्हारे हम जीवन देते है
एक वचन तुम्हे देना होगा
फ़ुर्सत के हर एक अवसर पर
साथ मुझे भी लेना होगा
जी साथ मुझे भी लेना होगा
वचन तुम्हे भी निभाना होगा
जितनी मेरी आमदनी हो
जितनी मेरी आमदनी हो
घर उतने मे चलाना होगा
जी घर उतने मे चलाना होगा
एक वचन मुझे और भी दोगे
जो कुछ भी तुम काम करोगे
सब मे मेरी मंज़ूरी लोगे
सब मे मेरी मंज़ूरी लोगे
एक वचन मुझे और भी दोगी
जिन नज़रो से मुझको देखा
जिन नज़रो से मुझको देखा
और किसी को ना देखोगी
जी और किसी को ना देखोगी
दासी नहीं है आज की नारी
वो समानता के अधिकारी
लड़के ही हर वचन निभाए
श्रीमानजी वो युग भी था
राम मगर तुम बनके रहोगे में भी रहूंगी बनके सीता
स्वीकार
स्वीकार
स्वीकार है तो यौवन का चमन देते है
स्वीकार है तो यौवन का चमन देते है
हाथो मे तुम्हारे हम जीवन देते है
हाथो मे तुम्हारे हम जीवन देते है