Ruk Jao Na Ji Aisi Kya Jaldi
अरे अरे रुक जाओ न जी, ऐसी क्या जल्दी
चुभ जाएगी पहलू में बिरहा की सुई
रुक जाओ न जी ऐसी क्या जल्दी
चुभ जाएगी पहलू में बिरहा की सुई
शाम ढली नहीं, और चले तुम, उठ के सनम
यूँ न चलो इठला के अजी, तुम्हें मेरी कसम
शाम ढली नहीं, और चले तुम, उठ के सनम
यूँ न चलो इठला के अजी, तुम्हें मेरी कसम
देखो बलम, यूँ न ढाओ सितम
नाज़ुक हूँ मैं तो जैसे छुई-मुई
रुक जाओ न जी ऐसी क्या जल्दी
चुभ जाएगी पहलू में बिरहा की सुई
हाय कहने की बात पड़ी है ज़रा, मुझे कहने तो दो
प्यार भरे मेरे दिल में है, क्या मुझे कहने तो दो
कहने की बात पड़ी है ज़रा, मुझे कहने तो दो
प्यार भरे मेरे दिल में है, क्या मुझे कहने तो दो
ठहरो पिया होश आ ले ज़रा
जबसे तुम आये मैं हूँ खोई-खोई
अरे अरे अरे रुक जाओ न जी ऐसी क्या जल्दी
चाहत का बदला ये है क्या, ज़रा सोचो सनम
मरते हैं हम नहीं तुमको पता, ज़रा सोचो सनम
चाहत का बदला ये है क्या, ज़रा सोचो सनम
मरते हैं हम नहीं तुमको पता, ज़रा सोचो सनम
ठहरो ज़रा दिल न तोड़ो मेरा
ठुकराने वाले क्या सोचेगा कोई
आये हाय रुक जाओ न जी ऐसी क्या जल्दी