Muhabbat Karo To Karo Chhupchhupake
आ मोहब्बत करो
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
ना च्छेदो ये नगमा किसी को सुना के
ना च्छेदो ये नगमा किसी को सुना के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
च्छूपा के च्छूपा के च्छूपा के
च्छूपा के च्छूपाा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
कदम यून धरो
कोई घुंघरू ना च्चांके
घुंघरू ना च्चांके
घुँगरू ना च्चांके
हू गले यून लागो
कोई चूड़ी ना खनके
चूड़ी ना खनके
हाय चूड़ी ना खनके
कदम यून धरो
कोई घुंघरू ना च्चांके
गले यून लागो
कोई चूड़ी ना खनके
चूड़ी ना खनके
हाए चूड़ी ना खनके
उतहा देंगे तूफान
ये बंदे खुदा के
ये बंदे खुदा के
खुदा के खुदा के
खुदाा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
जलें जलने वाले
हमारी बाला से
हमारी बाला से
हमारी बाला से
हूओ चलेंगे लटक से
हँसेंगे आडया से
हँसेंगे आडया से
हँसेंगे आडया से
जलें जलने वाले
हमारी बाला से
चलेंगे लटक से
हँसेंगे आडया से
हँसेंगे आडया से
हँसेंगे आडया से
जो करना है कर लें
ये बंदे खुदा के
ये बंदे खुदा के
खुदा के खुदा के
खुदाा के
हमें दर्र है क्या
जो मिलें च्छूप च्छूपा के
हमें दर्र है क्या
जो मिलें च्छूप च्छूपा के
मोहब्बत बुरी शै है
अपने वाटन में
अपने वाटन में
जी अपने वाटन में
के हम सब से आयेज हैं
नफ़रत के फन में
नफ़रत के फन में
जी नफ़रत के फन में
मोहब्बत बुरी शै है
अपने वाटन में
के हम सब से आयेज हैं
नफ़रत के फन में
नफ़रत के फन में
जी नफ़रत के फन में
मोहब्बत को मिलते हैं
तोहफे सज़ा के ये तोहफे सज़ा के
सज़ा के सज़ा के सज़ाआ के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
मोहब्बत करो तो करो च्छूप छुपा के
मोहब्बत के दूं से
ये दुनिया हसीन है
ये दुनिया हसीन है
ये दुनिया हसीन है हो ओ ओ
मोहब्बत नहीं है
तो कुच्छ भी नहीं है
तो कुच्छ भी नहीं है
तो कुच्छ भी नहीं है
मोहब्बत के दूं से
ये दुनिया हसीन है
मोहब्बत नहीं है
ये दुनिया हसीन है
मोहब्बत नहीं है
तो कुच्छ भी नहीं है
तो कुच्छ भी नहीं है
तो कुच्छ भी नहीं है
कहेंगे ये दुनिया से
नज़रें मिला के आहा
नज़रें मिला के
मिला के मिला के मिलाआ के
हमें दर्र है क्या
जो मिलें च्छूप च्छूपा के
हमें दर्र है क्या
जो मिलें च्छूप च्छूपा के
बुज़ुर्गों के कहना है
चाहत बुरी है
हक़ीक़त है ये
उन की हालत बुरी है
वो कहते हैं
हँसने की आदत बुरी है
वो रोते रहें
उन की क़िस्मत बुरी है
यहाँ दिल्लगी और शरारत बुरी है
जो सोचो तो झूटती शराफ़त बुरी है
कोई कब तक फ़ितरत को
रखे दबा के हाए
रखे दबा के
दबा के दबा के
दबाआ के
कोई कब तक फ़ितरत को
रखे दबा के
कोई कब तक फ़ितरत को
रखे दबा के