Mohabbat Ke Maron Ka Haal
मुहब्बत के मारों का
मुहब्बत के मारों का
हाल ये दुनिया में होता है
ज़माना उनपे हँसता है(ज़माना उनपे हँसता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
हम पास तुम्हारे आ न सके
हम पास तुम्हारे आ न सके
हम दूर भी तुमसे रह न सके
दम घुटता रहा अरमानों का
कुछ कहना चाहा कह न सके
मुहब्बत के मारों का(मुहब्बत के मारों का)
मुहब्बत के मारों का(मुहब्बत के मारों का)
हाल ये दुनिया में होता है(हाल ये दुनिया में होता है)
ज़माना उनपे हँसता है(ज़माना उनपे हँसता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
जिसने हमको बर्बाद किया
जिसने हमको बर्बाद किया
हम उसको दुआएं देते हैं
जब ददर से भर आता है दिल
बस नाम उसी का लेते हैं
मुहब्बत के मारों का(मुहब्बत के मारों का)
मुहब्बत के मारों का(मुहब्बत के मारों का)
हाल ये दुनिया में होता है(हाल ये दुनिया में होता है)
ज़माना उनपे हँसता है(ज़माना उनपे हँसता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
ये दर्द छुपाए छुप न सका
ये दर्द छुपाए छुप न सका
ये सहना चाहा सह न सके
दिल यास से भर आया लेकिन
आँखों से आँसू बह न सके
मुहब्बत के मारों का(मुहब्बत के मारों का)
मुहब्बत के मारों का(मुहब्बत के मारों का)
हाल ये दुनिया में होता है(हाल ये दुनिया में होता है)
ज़माना उनपे हँसता है(ज़माना उनपे हँसता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)
नसीबा उनपे रोता है(नसीबा उनपे रोता है)