Meri Tasveer Lekar Kya Karoge Tum [Pt. 1 and 2]
मेरी तस्वीर लेकर क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर दिले दिल जियर लेकर
लूटी जागीर लेकर जाली तक़दीर लेकर
क्या करोगे क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
चले हो अब ना जाने कब मिलोगे
सबब कोई बनेगा तब मिलोगे
ना जीने का ना मरने का बहाना
कटेगा कैसे फ़ुर्सत का ज़माना
ह्यूम दे जाओ एक अपनी निशानी
बड़ी होगी तुम्हारी महरबानी
सुकून की तो कोई तदबीर होगी
हमारे पास यह तस्वीर होगी
मेरी तस्वीर भी मुझसी कहा है
के यह बेजान है यह बेज़ूबा है
तुम्हारे काम यह ना आ सकेगी
तुम्हारा दिल ना यह बहला सकेगी
जुनून में तो गिरहबान चाक होगा
के परवाना तो जल के काक होगा
तुम्हारे सामने जब हम नो होगे
यह घाम तस्वीर से तो काम ना होगे
यूही तड़पोगे तुम आहे भरोगे
क्या करोगे तुम मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
बजाह है बात यह हम मानते है
ना बहालेगी तबीयत जानते है
करेगी हसरते फरियाद अक्सर
के तुम आया करोगे याद अक्सर
घमे फुरक़त ना होगा यूँ गवारा
मगर तोड़ा सा तो होगा सहारा
जुदाई में मुलाक़ते करेगे
के हम तस्वीर से बाते करेगे
ख़यालो में बसा लो मेरी सूरत
मेरी तस्वीर की है क्या ज़रूरत
मेरी यादो को समझो यादगारे
कीज़ा में भी रहेगी फिर बहारे
समा कवाबो का होता है सुहाना
कभी आना कभी मुझको बुलाना
ह्यूम एक दूसरे की डिड होगी
निगहो की दिलो की ईद होगी
ना मनोगे तो रो रो के मरोगे
क्या करोगे तुम मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
बहाने पर बनाते हो बहाना
दीवाने हो बनाते हो दीवाना
कूड़ा जाने तुम्हे इनकार क्यू है
ह्यूम फिर भी तुम्ही से प्यार क्यू है
बड़े बेदर्द हो दिल तोड़ते हो
सितम के तीर हम पे छ्चोड़ते हो
ना ऐसी बेवफा बेटीर होगी
भली तुम से तो यह तस्वीर होगी
गुज़ारिश आप के दिलदार की है
वजह एक और भी इनकार की है
ज़माने की निगहो से बचके
इसे तुम लाख रखोगे च्छुपके
किसी दिन देख ही लेगा ज़माना
ओ बड़ा मशहूर होगा यह फसाना
जो लोगो की ज़ूबा तक बात पहुँचे
तो फिर जाने कहा तक बात पहुँचे
कहो क्या प्यार को रुसवा करोगे
क्या करोगे तुम मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
ह्यूम मंज़ूर यह रुसवाया
के इनसे भी बुरी तनहाईया है
मोहब्बत के नही दस्तूर ऐसे
ह्यूम चर्चे नही मंज़ूर ऐसे
वफ़ा में लोग लूटते है जाने
तुम्हे आशिक़ भला हम कैसे माने
शुभा हो इश्क़ में तो इंतेहा लो
मेरी तस्वीर ना लो मेरी जेया लो
कहो जाने वफ़ा अब क्या कहोगे
क्या करोगे तुम मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेक
ज़ूबा क्यूँ रुक गयी है
हो निगाह क्यूँ झुक गयी है
अजी घबरा गये क्या
कहो शर्मा गये क्या
अभी है रात बाक़ी
अभी है बात बाक़ी
अभी से हार बैठे
दिलो जेया वार बैठे
नया अंदाज़ कोई
नयी परवाज़ कोई
लाबो को सी लिया क्या
ज़हर पी लिया क्या
चले तक़रार आयेज
चलो सरकार आयेज
बने तस्वीर क्या बैठे रहोगे
क्या करोगे तुम मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर
मेरी तस्वीर लेकर दिले दिल जियर लेकर
लूटी जागीर लेकर जाली तक़दीर लेकर
क्या करोगे क्या करोगे तुम
मेरी तस्वीर लेकर.