Makhanchor Nandkishore
माखन चोर नंद किशोर मनमोहन घनश्याम रे
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे
माखन चोर नंद किशोर मनमोहन घनश्याम रे
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे
देवकी मा ने जनम दिया ओर मैया यशोदा ने पाला
देवकी मा ने जनम दिया ओर मैया यशोदा ने पाला
तू गोकुल का ग्वाला बृंदा बन का बंसरी वाला
ओ आज तेरी बंसी फिर बजी मेरे मन के धाम रे
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे
माखन चोर नंद किशोर मनमोहन घनश्याम रे
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे
काली नाग के साथ लड़ा तू जालिम कंस को मारा
काली नाग के साथ लड़ा तू जालिम कंस को मारा
बाल अवस्था मे ही तूने खेला खेल ये सारा
तेरा बचपन तेरा जीवन जैसे एक संग्राम रे
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे
माखन चोर नंद किशोर मनमोहन घनश्याम रे
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे
तूने सबका चैन चुराया ओ चितचोर कन्हैया
तूने सबका चैन चुराया ओ चितचोर कन्हैया
ओ जाने कब घर आए देखे रह यशोदा मैया
अरे व्याकुल राधा ढूँढे श्याम ना आया घनश्याम रे
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे
माखन चोर नंद किशोर मनमोहन घनश्याम रे (माखन चोर नंद किशोर मनमोहन घनश्याम रे)
कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे (कितने तेरे रूप रे, कितने तेरे नाम रे)