Kisi Se Na Kahna
सलाम पहले तो कुछ बेकरार होके कहा
ग़रीब इश्क़ ने फिर, नाम बरसे रो के कहा
कसम है तुझे मेरे इन आँसुओ की
मेरा किस्सा ए गम किसी से ना कहना
किसी से ना कहना
तड़पते तड़पते अगर मर भी जाऊ
अगर मर भी जाऊ
मेरे दिल का आलम किसी से ना कहना
किसी से ना कहना
कसम है तुझे मेरे इन आँसुओ की
ग़मे आशिक़ी का है नाज़ुक फसाना
कही दिल ना टूटे, चमन मे कली का
बहारो के चर्चे तो करना खुशी से
बहारो के चर्चे तो करना खुशी से
करना खुशी से
मगर हाले शबनम किसी से कहना किसी से, ना कहना
कसम है तुझे मेरे इन आँसुओ की
वही रात दिन है मगर सुने सुने
वही ज़िंदगी है मगर फीकी फीकी
सताती है रह रह के यादे किसी की
सताती है रह रह के यादे किसी की
यादे किसी की
है किस हाल मे हम किसी से ना कहना
किसी से ना कहना
तड़पते तड़पते अगर मर भी जाऊ
अगर मर भी जाऊ
मेरे दिल का आलम किसी से ना कहना
किसी से ना कहना