Kahan Hai Woh Diwana
कहा है वो दीवाना
मुझे जिसने बनाया निशाना
हो निशाना
कहा है कहा है
कहा है वो दीवाना
मुझे जिसने बनाया निशाना
हो निशाना
में उसको न छोडूंगी में उसका दिल तोड़ूँगी
दिल का रिश्ता जोड़ूँगी में सुन ले ए ज़माना
कहा है वो दीवाना
मुझे जिसने बनाया निशाना
हो निशाना
तू तो उड़ जायेगा
मेरे दामन की हवा से
तू तो उड़ जायेगा
मेरे दामन की हवा से
तुझपे चलाऊ तीर क्या में अपनी निगाह से
और कोई मस्ताना है जो मेरा है दीवाना
वैसे तो अंजना है पर दोस्त मेरा पुराना
कहा है वो दीवाना
मुझे जिसने बनाया निशाना
हो निशाना
बातों से बचेगा
मेरी घाटो से बचेगा
बातों से बचेगा
मेरी घाटो से बचेगा
कब तक वो मस्ताना मुलाकातों से बचेगा
चाकरी बसाने का दिल का गुलशन खिलने का
एक न एक दिन मिलने का बन जायेगा बहाना
कहा है वो दीवाना
मुझे जिसने बनाया निशाना
हो निशाना
कहा है कहा है
कहा है वो दीवाना
मुझे जिसने बनाया निशाना
हो निशाना