Jane Aaj Kya Hua [Duet]
जाने आज क्या हुवा ऐसा कभी हुवा ना था
साँसों में घुले नशा जैसा कभी घुला ना था
तुम्ही बोलो क्या करे ऐसा होगा पता ना था
मीठा मीठा दर्द सा उठे अंग अंग में
जगे कोई आग सी जीने की उमंग में
हवा से तपे बदन जैसा कभी तपा ना था
साँसों में घुले नशा जैसा कभी घुला ना था
तुम्ही बोलो क्या करे ऐसा होगा पता ना था
छाया छाया दूर तक रंगो का गुबार है
ऐसा तोह ना था जहाँ हो ना हो यह प्यार है
ख्वाबो का समां सजा जैसा कभी सजा ना था
साँसों में घुले नशा जैसा कभी घुला ना था
तुम्ही बोलो क्या करे ऐसा होगा पता ना था
जाने आज क्या हुवा ऐसा कभी हुवा ना था
साँसों में घुले नशा जैसा कभी घुला ना था
तुम्ही बोलो क्या करे ऐसा होगा पता ना था