Ja Ja Re Chhalia Kanhaiya
जा जा रे च्चलिया कन्हिया
जा जा रे च्चलिया
कैसा जादू किया मान मो लिया
तूने ऐसी बजाई बाँसुरी
जा जा रे च्चलिया
वाहा अंधियारा गहरी धारा
आयेज बढ़ा ना जाए
बदली गुमडी जमुना उमड़ी
पिता बहुत घबराए
पैर च्छुए ओर राह दिखाए
कैसी है ये जादू गिरी
जा जा रे च्चलिया
जिस दिन तूने माटी खाई
लीला नयी दिखाई
जिस दिन तूने माटी खाई
लीला नयी दिखाई
मुख मे तीनो लोक देख कर
चोकी यसोधा माई
तेरा बचपन है मान भवन
सूरत है तेरी सावरे
जा जा रे च्चलिया कन्हिया
जा जा रे च्चलिया
काल ढके नाग
गोकुल के नर नारी
नाग नाथ ने जल मे कूड़े
लाने को करिसन मुरारी
अपनी भागातो की रक्षा मे
देरी कभी भी ना करे
जा जा रे च्चलिया कन्हिया
जा जा रे च्चलिया
कैसा जादू किया मान मो लिया
तूने ऐसी बजाई बाँसुरी
जा जा रे च्चलिया कन्हिया
जा जा रे च्चलिया