Chhayi Ghata
छाई घटा बागों में मोर बोले
छाई घटा बागों में मोर बोले
छाई घटा बागों में मोर बोले
फूल खिलने का मौसम आ गया
ओह ओ ओ ओ
लाज भरी आंखियो में प्यार डोले
लाज भरी आंखियो में प्यार डोले
गले मिलने का मौसम आ गया सच
फ़िज़ा कुछ भी कहे लेकिन
हाय रे मज़बूरी किस बात की
जो तू संग नहीं तो फिर
भाए नहीं रिमझिम बरसात की
सजना ये बून्द भी शोले है शोले
छाई घटा बागों में मोर बोले
फूल खिलने का मौसम आ गया
हा आ आ आ
लाज भरी आंखियो में प्यार डोले हाय
गले मिलने का मौसम आ गया चल चल
अजी मैंने कहा बोलो
दर्द उठा दिल में वो किसलिए
करीब आओ जरा अहम् ह्म प्यारा है मुश्किल में
वो किसलिए
दिल लेके बनते हो तुम कितने भोले
हाय छाई घटा बागों में मोर बोले
फूल खिलने का मौसम आ गया
हा आ आ आ
लाज भरी आंखियो में प्यार डोले
गले मिलने का मौसम आ गया ना बाबा ना
सुनो मैं तो चली ठहरो
देख न ले कोई परवाह नहीं
पहले वादा करो कैसा
हम कब मिलेंगे कल फिर यही
तुम जैसे जुठो से क्या कोई बोले