Chanda Ko Dhundne
चंदा को ढूँढने सभी तारे निकल पड़े
चंदा को ढूँढने सभी तारे निकल पड़े
गलियो मे वो नसीब के मारे निकल पड़े
चंदा को ढूँढने सभी तारे निकल पड़े
उनकी नज़र का जिस ने नज़ारा चुरा लिया
उनके दिलो का जिस ने सहारा चुरा लिया
उस चोर की तलाश मे सारे निकल पड़े
चंदा को ढूँढने सभी तारे निकल पड़े
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
गम की अंधेरी रात मे जलना पड़ा उन्हे
फुलो के बदले कांटो पे चलना पड़ा उन्हे
धरती पे जब गगन के दुलारे निकल पड़े
चंदा को ढूँढने सभी तारे निकल पड़े
उनकी पुकार सुन के यह दिल डगमगा गया
हम को भी कोई बिछड़ा हुआ याद आ गया
भर आई आँख आँसू हमारे निकल पड़े
चंदा को ढूँढने सभी तारे निकल पड़े
गलियो मे वो नसीब के मारे निकल पड़े
चंदा को ढूँढने सभी तारे निकल पड़े