Abhi Abhi Bahaar Thi
अभी अभी बहार थी अभी अभी बहार थी
छा गयी फ़ज़ा दर्द भरी आँखों से
दर्द भरी आँखों से अश्क है रवा
अभी अभी बहार थी
छोड़ दिया गरीब को बुलबुले बदनसीब को
छोड़ दिया गरीब को बुलबुले बदनसीब को
गमो के झोंके आ गए
गमो के झोंके आ गए
लुट गया है गुलसिता
अभी अभी बहार थी
बिजलिया जला गयी आँधिया मिटा गयी
बिजलिया जला गयी आँधिया मिटा गयी
देखते ही देखते
देखते ही देखते जल गया है आशिया
अभी अभी बहार थी
तुझको जफ़ा पे नाज़ है
तुझको जफ़ा पे नाज़ है
मुझको वफ़ा पे नाज़ है नाज़ है
मैं तो कही न जाऊँगी
मैं तो कही न जाऊँगी
छोड़ के तेरा आसरा
अभी अभी बहार थी
छा गयी फ़ज़ा दर्द भरी आँखों से
अश्क है रवा