Aate Hi Jawani Ka Mausam
आते ही जवानी का मौसम
बेताब नजर हो जाती है
आते ही जवानी का मौसम
बेताब नजर हो जाती है
परदे में मोहब्बत लाख छुपे
परदे में मोहब्बत लाख छुपे
दुनिआ को खबर हो जाती है
आते ही जवानी का मौसम
जब रुख पे बिखरती है जुल्फ़े
रातो के अँधेरे छाते है
जब रुख पे बिखरती है जुल्फ़े
रातो के अँधेरे छाते है
रातो के अँधेरे छाते है
जब चेहरे से जुल्फें हटती है
आ आ जब चेहरे से जुल्फें हटती है
दुनिआ में शेहेर हो जाती है
आते ही जवानी का मौसम
बेताब नजर हो जाती है
आते ही जवानी का मौसम
दुनिआ पे जो काबू पाना हो
तो हुस्न की नजरो में आओ
दुनिआ पे जो काबू पाना हो
तो हुस्न की नजरो में आओ
तो हुस्न की नजरो में आओ
उठती है निगाहे हुस्न जिधर
आ आ आ उठती है निगाहे हुस्न जिधर
दुनिआ भी उधर हो जाती है
आते ही जवानी का मौसम
बेताब नजर हो जाती है
परदे में मोहब्बत लाख छुपे
दुनिआ को खबर हो जाती है
आते ही जवानी का मौसम