Mangoge Na ?
Surabhi
यहाँ के कायदे ही समझ नहीं हैं आते
जो प्यार से थे आए, ऊँ दूर क्यूँ हैं जाते
कहूँ ना तुम तो ऐसे, कभी भी ना करोगे
रहोगे जब तलक हैं आसमां
की टूटे जबहीं तारे, मेरी ही दुआ
तुम उनसे माँगोगे ना
जो टूटे पलकें तेरी
हथेली पे ऊँ रख के
मुझे ही माँगोगे ना
मुझे ही माँगोगे ना
मुझे ही माँगोगे ना
मैं तेरे लिए क्या दुनिया से हूँ कम
यूंही तो नहीं मेरा ये वहम
जो भीड़ हूँ कहीं पे
मुझे फिकर से तुम थामोगे ना
मैं हार मान जाऊँ
मगर कभी भी तुम न मानोगे ना
जो टूटे पलकें तेरी
हथेली पे ऊँ रख के
मुझे ही माँगोगे ना
की टूटे जबहीं तारे, मेरी ही दुआ
तुम उनसे माँगोगे ना
मुझे ही माँगोगे ना
मुझे ही माँगोगे ना
मुझे ही माँगोगे ना
मुझे ही माँगोगे ना मुझे ही माँगोगे ना