Aashiqui Aa Gayi
घर से चले थे तो ये बात हो गयी
हम्म घर से चले थे तो ये बात हो गयी
न जाने क्यूँ उनसे मुलाकात हो गयी
नज़रें ऐसे वो टकरा गयी
के हमें आशिकी आ गयी
आ गयी
के हमें आशिकी आ गयी
हो हो हो हो
घर से चले थे तो ये बात हो गयी
जाने क्यूँ उनसे मुलाकात हो गयी
नज़रें ऐसे वो टकरा गयी
के हमें आशिकी आ गयी
आ गयी
के हमें आशिकी आ गयी
यार की दिकसी भा गयी
भा गयी
के हमें आशिकी आ गयी
हो हो हो हो
बड़ी दीवानी सी रात थी
हुई घनी बरसात थी
हवाओं से उलझी वो झुल्फें
उन्होंने थाम जो ली
तो जुल्फें ऐसे वो बिखरा गयी
के हमें आशिकी आ गयी
आ गयी
के हमें आशिकी आ गयी
आ गयी
के हमें आशिकी आ गयी
यार की दिकसी भा गयी
भा गयी
के हमें आशिकी आ गयी
हो हो हो हो
इश्क है सूफी मेरा
इश्क मुक्कमल
ताके सनम को ये आँखें हर पल
यार मिला है क्या करार मिला है
तेरा प्यार मिला तो
हर मुश्किल हुई हल
के हमें आशिकी आ गयी